खानपान में बदलाव में बदलाव का असर मानव शरीर पर पड़ रहा है. इसका सबसे बड़ा उदहारण हमारे शरीर में नयी नयी बिमारियों का होना और है. गलत और रसायनयुक्त खान पान के चलते मानव शरीर बीमारियों का घर बनता जा रहा है. पुराने समय में शुद्ध खाना खाते थे और स्वस्थ रहते थे लेकिन मौजूदा समय में खेतों में जरुरत से ज्यादा रसायन डालने की वजह से अलग अलग समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. वही दूसरी ओर कुछ व्यक्ति ऐसे भी है जैविक उत्पादों और जैविक खेती को भी बढ़ावा दे रहे है . इसी के साथ वे लोगो को भी जागरूक कर रही है समृधि आर्गेनिक फार्म इंडिया प्राइवेट लिमिटेड. किस तरीके से यह कंपनी जैविक खेती को किसानों के समक्ष बढ़ावा दे रही है इस विषय में फसल क्रांति को कंपनी के निदेशक प्रशांत मोरानकर से बात की उन्होंने बताया कि किस तरीके से समृद्धि आर्गेनिक जैविक खेती और उत्पादों को बढ़ावा दे रहा है. समृधि आर्गेनिक फार्म इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की कहानी प्रशांत मोरानकर की ज़ुबानी. सर्वप्रथम मै अपने सभी किसान साथियों को नमस्कार कहना चाहूँगा. मै बताना चाहूँगा समृधि आर्गेनिक फार्म इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की शुरुआत वर्ष 2004 में हमने 16 किसानों के साथ मिलकर की थी.शुरुआत में हमने फार्म प्रैक्टिस के साथ इस कंपनी की शुरुआत की. हमने जैविक खेती शुरू की और इससे प्राप्त जैविक उत्पादों को मार्किट में उपलब्ध करना शुरू किया. तभी से हम जैविक में काम कर रहे हैं.
हम लगातार किसानों को जैविक खेती के प्रति जागरूक कर रहे हैं. मौजूदा समय में हम 30000 से अधिक किसानों के साथ काम कर रहे हैं. हम अभी भारत के 16 राज्यों में कार्य कर रहे हैं. इस मुहीम के तहत हम किसानों को बड़े स्तर पर जैविक खेती से जोड़कर उनके जैविक उत्पादों को एक मार्केटिंग प्लेटफोर्म उपलब्ध करा रहे हैं. समृद्धि आर्गेनिक फार्म इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का मुख्य उद्देशय किसानों को जैविक खेती से जोड़कर उनको मार्किट लिंकेज उपलब्ध कराना है. मै बताना चाहूँगा जिस तरीके से दुनियाभर में हमने कोरोना की दो लहर का सामना किया है. उसमें कृषि क्षेत्र से एक नयी उम्मीद उभरकर सामने आई है. कोरोना काल में किसानों पर कोई ज्यादा प्रभाव नही पड़ा. किसानों ने तो कोरोना के दौरान भी अपने खेतों में काम करके देश की इतनी बड़ी जनसँख्या को खाना उपलब्ध कराया. यदि किसान खेतों में काम नही करेगा तो समस्या हो जाएगी. इसलिए किसानों ने कोरोना में भी खेतों में काम किया. आज हमें ख़ुशी होती है की हम काफी बड़े स्तर पर जैविक किसानों के साथ काम कर रहे है और जैविक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं. क्योंकि हम सीधे किसानों के साथ काम कर रहे हैं. हमारे और किसानों के बीच में कोई बिचोलिये नहीं है. किसानों से जैविक उत्पाद खरीदकर हम सीधे मार्केट में बेच रहे हैं., हमारा प्रयास है कि जैविक खेती करने वाले किसानों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य मिल दिया जाए. हमारे साथ जितने भी किसान जुड़े हुए है उनके उत्पादों का अच्छा मूल्य मिलता है. जैसा मैंने आपको बताया कि हम 30000 से अधिक किसानों के साथ काम कर रहे है इन्ही किसानों से प्राप्त करीब 200 से अधिक जैविक उत्पाद हम बाजार में बेच रहे हैं .हम अन्य देशों में भी इन उत्पादों को निर्यात कर रहे हैं. हम बहुत जल्द और भी उत्पाद बाजार में लेकार आयेंगे. इसके लिए हम बहुत जल्द एक नया प्रोसेसिंग प्लांट लगाने जा रहे हैं. इसके साथ ही फ्रोजेन में भी काम कर रहे हैं. मै कहना चाहूँगा कि हमारे किसान भाई अधिक से अधिक जैवक खेती करे. इससे हमारा शरीर भी स्वस्थ रहेगा और हमारे किसान भाईयों की आय भी बढ़ेगी.